फ़ेसबुक वाला इश्क़
फेसबुक वाला इश्क़
फोन पर एक लंबी बातों का दौर चल रहा था
तभी अचानक उस लड़के के चेहरे का रंग फीका पड़ जाता हैं
वो आखिर रो ही पड़ा था लेकिन फिर भी उसे समझा रहा था।
लेकिन शायद अब बातें समझने समझाने से बाहर हो चुकी थी।
ये कहानी है फेसबुक पर उपजे उस प्यार की जिसका अंजाम कुछ भी हो सकता हैं ।
चलिए देखते हैं क्या हुआ था
यह कहानी हैं रोहन की और राधिका की।
रोहन जो बचपन से ही काफी होशियार था एक बढ़िया कद काठी का खूबसूरत लड़का था।
स्कूल के दिनों में रोहन पढ़ाई में भी अव्वल था, रोहन का परिवार आर्थिक रूप से काफी गरीब था ।
घर में रोहन की माँ और दो छोटी बहने थी, रोहन की माँ ही घर का खर्चा चलाती थी हां कभी कभी रोहन भी कुछ काम करके अपनी माँ की मदद कर लेता था।
रोहन के स्कूल में सभी से अच्छे संबंध थे गुरुजनों का भी रोहन को काफी स्नेह मिलता था मिलता भी क्यों नही रोहन पढ़ाई में अव्वल था लेकिन रोहन शैतानी में और भी आगे था।
रोहन के दोस्त उसके जान थे लेकिन रोहन को उसके दोस्त कम पसंद करते थे वो कहते हैं ना गरीब का कोई सच्चा मित्र नही होता।
लेकिन रोहन अपने दोस्तों के बारे में यह नही जानता था कि वो केवल दिखावे का रिश्ता निभा रहे हैं रोहन हर एक कि मदद करता था।
खैर अब समय था बोर्ड एग्जाम का रोहन ने अच्छे से परिक्षा दी और इसी बीच के समय में गांव से थोड़ी दूर एक छोटे शहर में नौकरी भी की।
आखिर परीक्षा के परिणाम वाला दिन आ गया ।
रोहन ने पूरे जिले में टॉप किया था और पूरे राज्य में टॉप 10 में शामिल था।
अब तो रोहन ओर भी फेमश हो चुका था।
खैर फिर से स्कूल शुरू हो गए थे रोहन भी अब 11वीं में पहुंच चुका था रोहन को काफी नये चेहरे भी अब अपनी क्लास में दिखायी दे रहे थे। लेकिन रोहन की ख्याति अब और भी बढ़ गयी थी।
इसी बीच रोहन ने अपने कमाये थोड़े पैसों से अपने दोस्त से एक पुराना मोबाइल खरीद लिया था।
रोहन जो हर नई तकनीक को समझने मे काफी चतुर था उसी फ़ोन में इंटरनेट से अब फेसबुक की दुनिया मे प्रवेश कर चुका था। वहीं दुनिया जहाँ से इस कहानी का जन्म होता हैं।
रोहन जो एक छोटे गांव का रहने वाला था।उसने कभी ज्यादा बाहरी दुनिया को नहीं देखा था हाँ कभी दोस्तों के साथ टेलीविजन में फ़िल्मों में कुछ खूबसूरती देखी थी।
उसके लिये फेसबुक एक नयी दुनिया थी जहां सारी दुनियां का समागम एक साथ था। सारी दुनिया की खूबसूरती यहीं थी हर कोई यहाँ अपना सा लग रहा था शायद इतने प्यार से पहले किसी ने रोहन से बातें ना कि हों।
यहाँ सब कुछ खूबसूरत था वो खूबसूरत अदाकारा जिन्हें टीवी में देखा था जिनके सपने हर नौजवान अपनी जवानी में देखता है। उनसे भी खूबसूरत चेहरे थे यहाँ और उस से बड़ी बात उन से बात भी होती थी और उनकी तारीफ में आप कुछ कह सकते थे , और वो उन तक पहुंच भी जाता था और उनका शुक्रिया भी आप तक । कहने को एक बड़ी ही खूबसूरत दुनिया थी यहाँ जहाँ कोई एक बार चला गया वो कभी वापस नहीं लौटना चाहता।
यहां सब कुछ था दुःख को बांटने वाले भी थे तो रोते हुए को हँसाने वाले भी थे।
अपनी जिन्दगी में पहले इतना अपनापन कभी महसूस नही किया था रोहन ने।
रोहन की अब दोस्तों की संख्या भी रोज बढ़ रही थी रोहन भी कब फेसबुक में फेमश हो गया उसे खुद पता नहीं चलता यहाँ उसकी शायरी की तारीफ होती थी तो तस्वीर का सम्मान ।
वक़्त अपनी गति से चलता रहा परीक्षा हुए रोहन का परिणाम औसतन था रोहन एक विषय को छोड़ कर सभी मे बड़ी मुश्किल से पास हुआ था, सभी आश्चर्य चकित थे लेकिन लोगों ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
रोहन अपनी दुनिया मे मग्न था।
एक दिन रोहन ने एक खूबसूरत लड़की को देखा शायद रोहन ने इस से पहले उसे कभी कल्पना में भी नहीं सोचा हो।
रोहन काफी देर तक उसकी तस्वीर देखता रहा । फिर रोहन उसे मित्र अनुरोध भेजता हैं साथ में एक प्यारा सा संदेश लिखता है, और उसके ख्यालों में ही खो जाता हैं।
दिन बीतते गए लेकिन उस तरफ से कोई उत्तर नहीं मिला था अब रोहन बेचैन हो रहा था। हर बार उस प्रोफ़ाइल को चैक कर राह था लेकिन अभी भी कोई रिस्पांस नही मिला था ।
खैर काफी दिनों बाद रोहन को एक संदेश प्राप्त होता हैं
आँखे चमक जाती है रोहन की खुशी का ठिकाना नही था जिसके लिए ना जाने रोहन कब से इंतजार कर रहा था।
वो संदेश और किसी का नहीं राधिका का था जी वही राधिका जिसके एक msg का इंतजार कब से रोहन कर रहा था।
राधिका- हाई रोहन
रोहन- हाई राधिका
कैसे हो?
I'm good you say?
I'm also good.
R u from Rohan?
I'm from ........।
बस बातों का सिलसिला यहाँ से शुरू हुआ और बातों बातों में पता चला राधिका भी अभी पढ़ाई कर रही हैं और आगे मॉडलिंग में करियर बनाना चाहती हैं।
राधिका एक अच्छे परिवार से है और 2 भाई बहनों में छोटी हैं। अब ये रोज रोज बातें करना एक आदत सी बन गयी थी ।
बात आगे बढ़ने लगी और अब घंटो फ़ोन पर बातें होने लगी रात से कब सुबह होती और दिन कब समाप्त हो जाता पता ही नही चल रहा था । सब कुछ ठीक चल रहा था
अब राधिका की परीक्षा भी शुरू हो गयी थी और आजकल बातें भी राधिका के कहने पर कम हो गयी थी। लेकिन रोहन का मन तो पढ़ाई को छोड़ कर केवल राधिका के बारे में ही सोच रहा था ।
आखिर एग्जाम पूरे हुए रोहन आज बहुत खुश था कि राधिका से जी भर के बातें होंगी।
घर पहुंच कर रोहन तुरंत राधिका को कॉल करता हैं लेकिन राधिका कॉल नही उठाती हैं। रोज 3 रिंग में फ़ोन उठाने वाली आज लगभग 30 कॉल के बाद भी कोई कॉल रिसीव नहीं करती हैं।
ना कोई मेसेज का जवाब देती हैं।
लेकिन ऐसा क्यों हुआ था....
जारी रहेगी......
www.baaduli.blogspot.in
#ShUb_Bi
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