मौत

मन उदास हैं आंखे छलक रहीं हैं।
कारण कुछ नहीं फिर भी अजीब सा दर्द हैं लगता हैं अंत का यही आरम्भ हैं ।
अंत करीब हैं।

जिंदगी ना सही अपनी पसंद की शुभी मौत शायराना हैं मौत शायराना हैं।

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