आधी अधूरी कहानी भाग -४ बस अब मुझे यही सुनना था आज वो कहना क्या चाहती हैं अगर हाँ कह दिया तो मुझे सब कुछ मिल जाएगा और उसे बता भी दूँगा की जल्दी ही उस से मिलने आ रहा हूँ। अगर ना कहा तो ?? ना तो वो कह ही नहीं सकती मुझे पता हैं ना बस मन मे यही ख्याल चल रहे थे। ना जाने उसी पल मैने कितने सपने बुन लिये थे। अचानक उसकी आवाज़ से मेरी चुप्पी और ख्याल दोनों टूटे क्या हुआ चुप क्यों हो। अरे नहीं तुम कुछ कह रही थी तो ध्यान से सुन रहा था लेकिन तुमने कुछ कहा ही नहीं। अरे रहने दो कुछ नहीं हैं। अरे यार बोलो ना तुम अपना नहीं समझती हो ना? आज ना घर पर मेरी शादी की बात चल रही थीं । लड़का देखने आने वाला हैं। मेरे सारे सपने अचानक से टूट गए थे। आँखे नम सी हो गयी थी गला रुआंसा हो गया था। फिर भी मैने पूछा तो तुम ने क्या कहा । मना क्यों नहीं किया। कब तक मना करूँगी यार । तुम तो जानतें हो ना पहाड़ में लड़की जवान बाद में होती हैं और शादी के लिये सभी लड़का पहले ढूंढने लगते हैं। और तुम क्यों रो रहे हो ? अरे कौन रों रहा हैं मैने कहा? लेकिन शायद उस बनावटी आवाज़ में वो दिल का दर्द भी समझ रही थी । म...