संदेश

रूड़ीया रुड़ी Bamboo weaver

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रूड़ीया या रुड़ी Bamboo weaver रुड़ीया ये शब्द सुणि कुछ याद भी आयी या  कुछ भी याद नि आयी। अरे हाँ याद कन करि औंण हम त अपरा गौं गुठयार छोड़ी ते भेर बसी ते शहरी बणी गया बल ।। बोलनक ते उ क्या बोल्द...

इंतज़ार

बस जिंदगी जी रहे हैं मौत से आंखमिचौली कर के किस मोड़ पर मिल जाये साथी इस जिंदगी की तब तक बस इंतज़ार में वक़्त से लड़ रहे हैं।

गढ़ प्रतिभा खोज कार्यक्रम नियम व शर्तें

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माँ सुरकण्डा प्रोडक्शन ""गढ़ प्रतिभा खोज कार्यक्रम"" नियम व शर्तें । 1.आपकी सामग्री सुध एवम सरल होनी चाहिये। 2.आपकी जो भी वीडियो या ऑडियो होगी उसे हमारे यूट्यूब चैनल से अपलोड क...

तुम

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हम तुम्हें क्या बतायें तुम में क्या - क्या बात हैं तुम से दिल में शायरी हैं इश्क़ की सौगात हैं

एक आधी अधूरी कहानी भाग -४

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आधी अधूरी कहानी भाग -४ बस अब मुझे यही सुनना था आज वो कहना क्या चाहती हैं अगर हाँ कह दिया तो मुझे सब कुछ मिल जाएगा और उसे बता भी दूँगा की जल्दी ही उस से मिलने आ रहा हूँ। अगर ना कहा तो ?? ना तो वो कह ही नहीं सकती मुझे पता हैं ना बस मन मे यही ख्याल चल रहे थे। ना जाने उसी पल मैने कितने सपने बुन लिये थे। अचानक उसकी आवाज़ से मेरी चुप्पी और ख्याल दोनों टूटे क्या हुआ चुप क्यों हो। अरे नहीं तुम कुछ कह रही थी तो ध्यान से सुन रहा था लेकिन तुमने कुछ कहा ही नहीं। अरे रहने दो कुछ नहीं हैं। अरे यार बोलो ना तुम अपना नहीं समझती हो ना? आज ना घर पर मेरी शादी की बात चल रही थीं । लड़का देखने आने वाला हैं। मेरे सारे सपने अचानक से टूट गए थे। आँखे नम सी हो गयी थी गला रुआंसा हो गया था। फिर भी मैने पूछा तो तुम ने क्या कहा   । मना क्यों नहीं किया। कब तक मना करूँगी यार । तुम तो जानतें हो ना पहाड़ में लड़की जवान बाद में होती हैं और शादी के लिये सभी लड़का पहले ढूंढने लगते हैं। और तुम क्यों रो रहे हो ? अरे कौन रों रहा हैं मैने कहा? लेकिन शायद उस बनावटी आवाज़ में वो दिल का दर्द भी समझ रही थी । म...

आधी अधूरी कहानी भाग -३

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आधी अधूरी कहानी भाग 3 आज तक इस क़िस्मत ने कई बार धोखा दिया था। लेकिन आज शायद उम्मीद से लाख गुना बढ़ कर दिया था। मैंने कुछ देर तक उसके ही चेहरे को निहारा था यकीनन वो मुझे बहुत खूबसूरत लग रही थी अब और लगना भी लाजमी था। मुझे उम्मीद नहीं थी तुम मुझ से कभी बात भी करोगी और मुझे मिलोगी। मेरे पहले शब्द यही थे। क्यों तुम्हें मैं इतनी बुरी और घमंडी लगती हूँ? उसने कहा अरे...नहीं।।।। मैं....... तब तक वो बोली छोड़ो भी तुम ये बताओ कैसे हो ? कहाँ जॉब कर रहे हो? अब तो बहुत ही अच्छा हूँ देख ही रही हो औऱ जॉब तो बस आज यहाँ कल कहाँ? एक एक शब्द इतने तोल मोल के बोलना चाहता था कि ... लेकिन शायद दिल दिमाग और जबान तीनों अलग अलग ही काम कर रहे थे सच में मेरे बस में नहीं थे। बस बातें शुरू हुई और अब खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी वर्षों का प्यासा था जिस एक मुलाकात को जिस एक आवाज़ को वो आज अचानक से सावन की वर्षा बन कर बरस रही थी। उसकी पढ़ाई भी अब पूरी हो गयी थी। आगे डॉक्टर बनने का सपना था उसका .... बस रुकी कुछ और सवारी बस में सवार हुई। एक बुजुर्ग महिला भी बस में आयी थी और मेरी तरफ सीट की उम्मीद से देख रह...

फेसबुक वाला इश्क़ भाग-3

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रोहन को पता चल गया था राधिका और उसका अब शायद ही इस जन्म में अब थोड़ा ही साथ  है। लेकिन जिस से रोहन ने सच्चे दिल से प्यार किया हो उसे ऐसे कैसे अपनी आंखों के सामने मरने दे ।रोहन ने ह...