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नवंबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Eni

फर्क क्या पड़ता हैं मैंने कितना कहाँ हैं। फर्क पड़ता हैं आपने कितना समझा हैं। www.baaduli.blogspot.com

Waqt

Jb koi dil dukhta hain to mein kuch pal kr liye bikhar jata hun. or un bikhare hisson ko waqt ke andaz me jod kr or bhi nikhar jata hun .

दादा कु हुक्का बोडा की बीड़ी

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ब्याकुनी बगत तिबारी मा बैठाया चेतु भैजी हाथ मा चा कु गिलास पकड़ी क चा प्योंण  लगया छा त वख बटिन हरषु बोड़ा भी पीठी उन झोला अर हतियों  मा रविंस की लाठी पकड़ी बाटा लगया छा  चेतु भैज...

मेरु मुल्क मैराथन कु बुलाणु चा

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उतार दी अब बग्वाली कु खुमार। ह्वे जा मैराथन कु कमरी कसी तैयार। । त्वे तें मेरु मुल्क भत्याणु चा । स्वागतों तेरा डांडी कांठी सजाणु चा।। लोस्तु घंडियाल की 80 थाती देखीयों थाल...

बग्वाली का बहाना पुराणि रीत जियोन्दा।।

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चल लठ्यला हम भी ये त्यौहार गौं घुमेन्दा बग्वाली का बहाना पुराणी रीत जियोन्दा।। ब्वे का हाथ की स्वाली , पकौड़ी , गुलगुला चाखेन्दा । गैल्यों गैल यी औंसी रात भेला खेलयोन्दा ।। ...

मेरे हाथों में बस तेरा हाथ हो

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ये दिल चाहता हैं एक प्यारा सा सफर हो साथ मेरे तू हमसफ़र हो। चलने को कठिन राहों में हम चाहे अकेले हो मेरे हाथों में तेरा हाथ हो। चलते रहें हम संग ज़िन्दगी के सफर में । मेरे हाथों ...

इंतहा

आइये खेलिये दिल से मेरे खेलिये जज्बातों से मेरे हर कदम पर खड़ा हूँ तुम्हारे लिये मौका जब भी मिले अपना बना कर धोखा दीजिये। पता हैं ना हर मोड़ पर खड़ा मिलेगा ।जब कोई नहीं मिला तब म...