वा मेरी मायादार होली कखि दूर डांडियों मा।।

सोचणु छो जेकाँ बारामा बैठी यखुली
ख़यालु मा रोज जु आन्दी मेरा दगडी।।
छपेगी होलु जन्म जन्मो कु जैकु नौ जिकुड़ी मा
वा मेरी मायादार होली कखि दूर डांडियों मा।।

वा घास कु जांदी होली धेरी दाथुली तौ गुंन्दख़याली हातियों मा
चूड़ी बजांदी होली चखुलियों का भोंण का गैल डालियों मा
चुरान्दी होली कतग्यो बाँसुरिया गवेर बटोयूँ चैन तो बौणु मा
वा मेरी मायादार होली कखि दूर डांडियों मा।।

पैरवार कु सज अर रति को रूप होलु
जुन्याली जुं कु उज्यालु मुखुड़ी मा होलु
सज होलु नथुली कु जैकी नाक मा
वा मेरी मायादार होली कखि दूर डांडियों मा।।

आंखियों कु सुरमा चित चुराणु होलु
माथे बिंदुली सृंगार बडाणु होलु
लाली दमकणी होली जैकी होठलियों मा
वा मेरी मायादार होली कखि दूर डांडियों मा।।

गैल्यांणीयो का गैल  रूप की रति होली
मुख बुलाण मा कांसे की सी थाली होली
पैजबी कु छन छन होलु जैकी खोटियों मा
वा मेरी मायादार होली कखि दूर डांडियों मा ।।

चित ना विंकु जन क्वी चुरान्दू होलु
मीठू ना विंकु जन क्वी बच्यान्दू होलु
गणत जिंकी होली स्वर्ग की अप्सराओं मा
वा मेरी मायादार होली कखि दूर डांडियों मा।।

#शुब्बी
#subbi
#Baaduli
#baduli
#garhwali

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