संदेश

रिश्ते बनाने से नहीं निभाने से सवर्ते हैं जिस तरह पौधा सिर्फ लगाने से नहीं सिचनें से पेड़  बनता हैं

कुछ त बोल रे गेल्या

कुछ त बोल रे गेल्या तू मेरी मायादार रे जियूं मरनो अब तेरा ही साथ रे संकोड़या आँखी तेरी जन तलवारी की धार रे कुछ त बोल रे गेल्या तू मेरी मायादार रे

मेरे नैन बोले तेरे नैना बोले क्यू तेरा मेरा तन ये डोले

31st Ki Party Happy New Year

31st की पार्टी करनी कुछ भी ना सोच विचार सज धज के हो जा पार्टी में चलने को तू तैयार ।।।।।। Club में जायेंगे पार्टी करेंगे दारु सेम्पैन vodka पियेंगे वाइन में स्विंग करेंगे  गिरेगी शावर ...

गैल्या ऐजा रे

जिकुड़ी धक् धकध्याणी लगणी बाडुली कु मैंते आज  ध्याणु होलू ।।।।। बरसों बटी कैन याद नि करी शुब्बी आज क्वि आपणु बुलाणु(भत्यानु) होलू ।।।।।।                गैल्या रेeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeee Gailya Reeeeeeeeeeeeeeeeeeeee...

ये अल्फाज भी बहुत कुछ कहते हैं मगर जो आँखे समझा सकती हैं वो कोई और क्या

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ये यादें

तेरी याद।।।।

तेरी यादों में तड़प रहा हूँ कभी तो हाल पूछ लिया करो दो पल बैठ कर ।।।। माना नफरत करते हो आप हम से मगर मुस्कुरायाँ तो करो कभी देख कर ।।।।।।।