रिश्ते बनाने से नहीं निभाने से सवर्ते हैं
जिस तरह पौधा सिर्फ लगाने से नहीं सिचनें से पेड़ बनता हैं
श्री घण्टाकर्ण गाथा - १
जै घंडियाल देवता घंटाकर्ण देवता जो शायद उत्तराखंड के कण कण में कोई ही ऐसा स्थान हो जहाँ नहीं अवतरित हुए हो ।। हमारे उत्तराखंड ही नहीं अपितु देश विदेश में भी श्री घंटाकर्ण ...
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