रातियों मा
*रातियों मा* फूलों की महक बथों कु ससराट, खुशबू सी भरी रातियों मा, तेरा ख्यालों की बातों मा। आँखियों कु संकोण ओठलियों कु हैंसणु , तेरी जग्वाल मा बीती हर उं रातियों मा ॥ माया कु रंग खत्ये जिन्दगी मा, प्यार की बरखा बरखी हर बाट मा। हिया की धड़कन मा तेरु ख्याल च सुपिन्यों जन आँखियो बसी तु हर रातियों मा ॥ तेरी माया कु जादु मन मा बसीगे , गैणो की बणी चादरी राती खत्येगे । बाय माया का तेरा पिड़ा भरी मेरी व्यथा , मुख मा तेरु ही नौ रे दिन हो चाहे हर रातियों मा ॥ रुप तेरु बिखरी होलु आगाश का घौर मा, बथो न गायी तेरु गीत नसी गयी हर बाच मा । खुशबू मा तेरा बसी मेरी सांस बिचैन च, तेरा होण की खुद रोज बढ़णी रातियो मा ॥ ज्यु का धकद्याट मा तेरु धकदयाट , तेरी मा समोण की इखारी आस । आँखियों मा तेरी लुकी बाती पौढ़ीन मैंन ख्यालों मा रोज मिल्दी छे तु रातियों मा ।। तेरी यादों की खुशबू फुलो सी महकदी च जुनी की रात तेरा बगैर जुन सी चमकदी च । तेरी माया उज्यालु बसीगे शुब्बी जिन्दगी मा , ख्यालों की चारियों तेरी माया मा ख्वे जान्दु रातियों मा ॥ हिंदी मोहब्बत का रंग चढ़ा जिन्दगी में, प्यार की बौछारें बिखर...